हमारे देश में आज भी ऐसे लोग हैं जो पढ़े लिखे होने के बाद भी ऐसे विचार रखते हैं। देखो चारो तरफ कोई आरक्षण मांग रहा कोई हटवा रहा। कोई ये नही कहता जातिवाद को ख़तम करो सबको बराबरी का हक़ दो। ये हमारा देश , हमारा भविष्य हमारे आने वाली पीढ़ी को हम क्या देने वाले हैं।
आरक्षण करो , दंगे करो एक दूसरे को मारो , नही मिला तो छीनो ये सब देंगें । हम सब अपनी छोटी सोच की वजह से आज पीछे हैं। कोई काम छोटा या बड़ा नही होता , काम काम होता, कोई इंसान छोटा या बड़ा नही करम बड़ा करता हैं उसको। हर कोई अपनी बढ़ास निकाल रहा। एक दूसरे को गाली दे रहा हैं। जब ऊपर वाले ने हमे बनाने में भेद नही किया तो हम लोग क्यों करते हैं।
एक सिंपल सी बात क्या जनरल कास्ट में लोग का दिमांग, शरीर की हड़िया, आदि कम या ज्यादा होती और जो sc, st हैं उनकी कम होती हैं । ब्लड में फरक होता हैं नही ना । ये सब हमारी सोच पर निर्भर करता हैं। की हम क्या सोच रहे हैं।
टाइम बदल गया हैं तो हम अपनी सोच को क्यों नही बदल रहे। जब हम एक देश में रहकर एक दूसरे को बेइज्जत करेंगे तो कहा तरक्की होगी हमारे देश की,
आज हमारी देश में नेता चुप चाप रहते हैं जरा सोचो ये दंगे तभी क्यों होते हैं जब इलेक्शन आने वाले होते हैं, सोचो जरा , बीच में थोड़ा ठीक रहता हैं। अचानक दंगे शुरु हो जाते हैं। देशवाशियो अपने देश को अच्छा बनाने क लिए लड़ो, दूसरे देशो से आगे बढ़ाने को लड़ो, देश की सुरक्षा करने को लड़ो, हम सब एक देश क निवाशी हैं , हम सबको प्रेम से रहना चाहिए। दूसरे देश हमसे आगे इसीलिए हैं वह कोई कास्ट को लेकर नही लड़ता, क्योकि वह एक रूल बनता जो सबके लिए होता हैं।
ज्यादा लड़ने का श्योक हैं तो cast dividation को ख़तम करने को लड़ो , सब एक होंगे तो ये रोज रोज आरक्षण की लड़ाई नही होगी।
ये सुविधा केवल उन लोगो को चाहिए जो बहुत बहुत कमजोर हैं। कोई जॉब नही हैं चाहे वो किसी भी धर्म से, किसी भी जाती से या किसी भी वर्ग से belong करता हो। तभी हमारे देश का भला होगा, वरना हम लोग ऐसे ही लड़ते रहेंगे और जिस तरह अंग्रेजों ने लूटा , कोई बहार वाला आकर हमे लूटता रहेंगा।
प्लीज प्लीज मेरे देशवाशियो मिलकर रहो, तरिक्की करो। किसी को छोटा, बड़ा , ऊचा नीचा कहना छोडो, अपने पढे लिखे होने का मतलब जानो, पढ़ने लिखने के बाद भी हम इन सब में विश्वास रखेगे तो जो पुरानी सोच से जकड़े हुए हैं उनमें और हमारे अंदर क्या फर्क रह जाएगा।
प्लीज अपने आप को बदलो, सोच को बदलो, देश तो अपने आप बदल जाएगा।